कानपुर उर्सला के नाक, कान, गला रोग विशेषज्ञ डाक्टर की हद दर्जे की लापरवाही सामने आई है। छह साल के बच्चे केे बाएं कान में तकलीफ थी और डाक्टर ने आपरेशन दाएं कान का कर दिया। परिजन पहले से अस्पताल में ये शिकायत कर रहे थे लेकिन शुक्रवार को जब लिखित शिकायत की तो प्रबंधन में हड़कंप मचा।
निदेशक आरपी भट्ट ने सर्जन के सभी प्रस्तावित आपरेशन पर रोक लगा दी है। इसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी। रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी। परिजनों का कहना है कि डाक्टर ने उनसे छह हजार रुपये भी लिए थे। फहीमाबाद के रहने वाले मो. सईद के बेटे मो. रसद के बाएं कान में चोट लग गई थी।
इलाज हुआ तो कुछ दिन बाद ठीक हो गया। इसकेे बाद फिर कान से खून आने लगा। रोगी के चाचा मो. रशीद ने बताया कि उर्सला के ईएनटी सर्जन डॉ. राजेश वर्मा को दिखाया तो रोगी को सर्जरी के लिए भर्ती कर लिया। गुरुवार को सर्जरी हुई। जब रोगी ओटी से बाहर आया तो देखा कि सर्जरी दाएं कान की हुई थी।
डाक्टर से शिकायत की तो बोले कि बच्चे ने कहा था कि दर्द दाएं कान में है। इसी से दाएं कान की सर्जरी कर दी। रशीद का कहना है कि अब डाक्टर छह हजार रुपये लौटाने को राजी हो गए हैं और दूसरे कान के इलाज के लिए 20 हजार रुपये देने के लिए कहने लगे।
रोगी अभी उर्सला के वार्ड नंबर पांच के बेड नंबर पांच पर भर्ती है। इस संबंध में वर्जन के लिए डॉ. राजेश वर्मा का फोन नो रिप्लाई रहा। उर्सला के निदेशक डॉ. आरपी भट्ट ने बताया कि लिखित शिकायत आ गई है। डॉ. वर्मा द्वारा किए जाने वाले प्रस्तावित आपरेशन रोक दिए गए है। जांच शुरू कर दी गई है।