कानपुर के अस्पतालों ने दीपावली के बाद कोरोना संक्रमितों के बढ़ने के असर देखते हुए अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. लाला लाजपत राय (हैलेट) अस्पताल ने कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बेड पर ही अल्ट्रासॉउन्ड और एक्स-रे की तयारी में जुट गया है. इसी के साथ जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज ने भी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए तैयारियों में जुट गया है.
हैलेट अस्पताल ने कोविड-19 मरीजों के इलाज के लिए वोल्यूमेट्रिक इन्फ्यूजन पंप का प्रयोग करेगी. जिससे कोरोना मरीजों को दवा का डोज निश्चित मात्रा में दिया जा सके. ऐसे ही हाईटेक उपकरणों को खरीद कर मरीजों के बीएड पर ही लगाने की व्यवस्था की जा रही है. अस्पताल में तीन तीन पोर्टेबल अल्ट्रासॉउन्ड और अक्स-रे मशीने आ गई है. जिनका ट्रायल बुधवार से शुरू भी कर दिया गया. इसी तरह सौ इन्फ्यूजन पंप न्यूरो और मैटरनिटी कोविड अस्पताल में लाए जा रहे है.
अगर आपके पास आइडिया है तो आईआईटी कानपुर सालभर के देगा 6 लाख रुपये, जानें कैसे
कानपुर के कोविड-19 अस्पतालों में पहली बार आर्टेरियल ब्लड गैस मशीन ले जाने वाली है. इस मशीन के जरिए मरीज के ब्लड में रक्त की अम्लता के साथ ऑक्सीजन और कार्बनडाई ऑक्साइड के स्तर का भी पता लगाया जा सकता है. इस मशीन के द्वारा मरीज के गुर्दे और फेफड़े कार्य कर पा रहे या नहीं इसका भी पता लगाया जा सकता है. जिससे मरीज की आसानी से सर्जरी की जा सके. इसके लिए ऑपरेशन थिएटर में स्मोक इवैक्यूएटर्स भी लगाए जाएंगे. इससे लेजर या इलेक्ट्रो सर्जिकल प्रक्रियाओं के दौरान उत्सर्जित धुएं से संक्रमण फैलने का खतरा ना के बराबर रहेगा.
बदहाल पार्कों की दुर्दशा सुधारने को नगर निगम ने आईआईटी से मिलाया हाथ
इमरजेंसी नोडल अधिकारी डॉ. मनीष सिंह ने बताया कि एक दर्जन और उपकरण मगाए गए है. जिन्हें कोविड-19 अस्पतालों में लगाया जाएगा. 25 वेंटीलेटर भी मंगाए गए है. जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्राचार्य प्रो. आरबी कमल ने बताया कि दिवाली से पहले सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएगी. 160 बेड की नई कोविड यूनिट में भी मरीजों के लिए उपकरणों को लगाया जा रहा है. मरीजों के सारे टेस्ट और मॉनीटरिंग बेड पर ही कर लिए जाएंगे.